"मंजूर हो सूली पे चढ़ाना, या रब
सौ बार जहन्नुम में जलाना, या रब,
माशूक कहे आप हमारे हैं बुजुर्ग -
नाचीज को यह दिन, न दिखाना, या रब।"
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(-जोश मलीहाबादी )
शब्दार्थ : (1) माशूक = प्रेमिका
"बिके मुफ्त याँ, हम ज़माने के हाथों
पर देखा तो ये भी थी कीमत जियादा।"
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(-'हाली' पानीपती)
पर देखा तो ये भी थी कीमत जियादा।"
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(-'हाली' पानीपती)
SERIOUS MEANING : Actually,
everybody over-evaluates himself and feels that he has not got his worth. The
reality is that everybody is worthless if seen as an absolutely secluded entity and
therefore he should feel obliged to others for any respect/love he gets
from them.
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